रायगढ़ के कलेक्टर श्री मयंक चतुर्वेदी नें मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को रायगढ़ में आयोजित होने वाली "चक्रधर सामारोह "के लिए आंमत्रित किया ।

 



छत्तीसगढ़ / रायगढ़

रायगढ़ जिले के कलेक्टर श्री मयंक चतुर्वेदी ने गणेश मेला के दौरान आयोजित होने वाले ऐतिहासिक चक्रधर समारोह के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को आमंत्रित किया।


चक्रधर समारोह रायगढ़, छत्तीसगढ़ का एक प्रमुख वार्षिक सांस्कृतिक एवं संगीत महोत्सव है, 
चक्रधर समारोह रायगढ़ एक प्रमुख सांस्कृतिक आयोजन है, जो छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में आयोजित किया जाता है। यह समारोह संगीत और नृत्य के क्षेत्र में रायगढ़ घराने की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करने के लिए समर्पित है।
जिसकी स्थापना महाराजा चक्रधर सिंह की स्मृति में की गई थी। 



चक्रधर समारोह के मुख्य आकर्षण:
- संगीत और नृत्य की प्रस्तुतियाँ: देश भर के प्रसिद्ध कलाकार अपनी प्रस्तुतियाँ देते हैं, जिनमें शास्त्रीय संगीत, कथक, ओडिसी और अन्य नृत्य शैलियाँ शामिल हैं।


- रायगढ़ घराने की प्रस्तुतियाँ: रायगढ़ घराने के कलाकार अपनी अद्वितीय प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लेते हैं।


 सांस्कृतिक महत्व: यह समारोह रायगढ़ की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने और संरक्षित करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है।



चक्रधर समारोह का आयोजन:
चक्रधर समारोह का आयोजन रायगढ़ जिला प्रशासन और संस्कृति विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया जाता है। यह समारोह आमतौर पर सितंबर में आयोजित किया जाता है और 10 दिनों तक चलता है। पिछले वर्ष यह 7 सितंबर से 16 सितंबर तक आयोजित किया गया था और इस वर्ष चक्रधर सामारोह के आयोजन को 40 वां वर्ष होने जा रहा है जो 27 अगस्त से 5 अगस्त 10 दिन तक आयोजित होगी।



चक्रधर समारोह के दौरान विशेष आयोजन:
- उद्घाटन समारोह: समारोह का उद्घाटन मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा किया जाता है।


- कला और संस्कृति की प्रदर्शनियाँ: समारोह के दौरान कला और संस्कृति की प्रदर्शनियाँ भी आयोजित की जाती हैं।


चक्रधर समारोह रायगढ़ की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने और संरक्षित करने के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन है। यह समारोह न केवल रायगढ़ जिले के लिए बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक आयोजन है।
इस समारोह में हर वर्ष पूरे भारत से प्रसिद्ध कलाकार शास्त्रीय गायन, वादन, नृत्य एवं लोक कला प्रस्तुतियाँ देते हैं।


यह समारोह न केवल रायगढ़, बल्कि सम्पूर्ण भारत के सांस्कृतिक जीवन में योगदान और कला के संरक्षण का अनूठा उदाहरण है।




सवेरा 24 न्यूज
राजेश साव 7240825555

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