विधानसभा सरायपाली के अंतर्गत आने वाले भाजपा मंडल भंवरपुर के अंतिम छोर चनाट क्षेत्र के ग्रामीण ‘रामलला दर्शन योजना’ से वंचित रह गए हैं। यह क्षेत्र मंडल का अंतिम छोर माना जाता है, जिसमें लगभग 20 से 25 गांव शामिल हैं। स्थानीय कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों का आरोप है कि अभी तक इस क्षेत्र से एक भी व्यक्ति को योजना के अंतर्गत अयोध्या में रामलला के दर्शन का अवसर नहीं मिला है।
विशेष बात यह है कि इसी ग्राम चनाट से भाजपा के महामंत्री धर्मेन्द्र पटेल भी आते हैं, लेकिन उनके नेतृत्व में भी न तो कोई आम ग्रामीण और न ही पार्टी का कोई कार्यकर्ता अब तक दर्शन हेतु भेजा गया है। इससे पार्टी के निचले स्तर के कार्यकर्ताओं में भारी असंतोष देखा जा रहा है।
हालांकि, प्रशासनिक रूप से सरायपाली विधानसभा क्षेत्र और बसना ब्लॉक के अंतर्गत आते इस इलाके को सरकार द्वारा संचालित ‘रामलला दर्शन योजना’ में शामिल किया गया है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अन्य क्षेत्रों के लोग लगातार दर्शन हेतु भेजे जा रहे हैं, वहीं चनाट क्षेत्र पूरी तरह से उपेक्षित है।
ग्रामीणों और कार्यकर्ताओं की मांग है कि जल्द से जल्द इस क्षेत्र के लोगों को भी योजना का लाभ दिया जाए ताकि क्षेत्रीय संतुलन बना रहे और पार्टी के भीतर नाराज़गी ना बढ़े। यदि जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो यह मुद्दा पार्टी के लिए आगामी चुनावों में नुकसानदायक साबित हो सकता है।
सवेरा24न्यूज़राजेश साव 7240825555
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